Sunday, September 8, 2013

थोड़ी शांत हुई गंगा, बाढ़ का कहर जारी.

जागरण प्रतिनिधि, कटिहार : कटिहार जिले में गंगा, कोसी व महानंदा नदी की बाढ़ से स्थिति अब भी गंभीर बनी हुई है। महानंदा नदी ने पहले चरण में जिले के बारसोई अनुमंडल क्षेत्र में व्यापक तबाही मचाई है। वहीं ताजा दौर में गंगा व कोसी कटिहार-बारसोई में कहर बरपा रही है। हालांकि राहत की बात यह है कि गत दो दिनों से गंगा व कोसी के जलस्तर में कमी आई है। रविवार को रामायणपुर गोलाघाट में गंगा के जलस्तर में छह सेंटीमीटर कमी दर्ज की गई।
जिले के बारसोई अनुमंडल के प्रखंडों में बाढ़ से राहत मिली है। लेकिन मनिहारी अनुमंडल के अमदाबाद व मनिहारी समेत कटिहार अनुमंडल के बरारी, कुर्सेला, प्राणपुर व मनसाही में हालात अब भी गंभीर हैं। अमदाबाद प्रखंड के प्राय: सभी सरकारी कार्यालयों में पानी है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पीड़ित ऊंचे स्थलों पर शरण लिए हुए हैं। एक बड़ी आबादी रेल ट्रैक के इर्द-गिर्द भी रह रही है। स्कूलों में पानी की वजह से बच्चों की पढ़ाई-लिखाईठप हो चुकी है। एक अनुमान के मुताबिक जिले की लगभग 15 लाख की आबादी को बाढ़ ने प्रभावित किया है।
सरकारी आंकड़ों पर ही गौर करें तो जिले के 10 प्रखंड की 134 पंचायतों के 991 गांवों की 13.26 लाख आबादी को बाढ़ ने प्रभावित किया है। जिले के 683 गांव पानी से बुरी तरह घिरे हुए हैं। वहीं 104 मकान पूर्ण रूप से तथा 373 मकान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं। क्षतिग्रस्त मकानों का अनुमानित मूल्य 8.5 लाख है जबकि 30 लाख की सार्वजनिक संपत्ति के क्षतिग्रस्त होने का अनुमान है। दर्जन भर लोगों की मौत बाढ़ के कारण हो चुकी है।
जिले में राहत वितरण का कार्य भी सुस्त है। मौजूदा दौर में जिला प्रशासन द्वारा राहत के नाम पर सूखा राशन व पॉलीथीन का वितरण किया जा रहा है। खाद्यान्न राहत के रूप में बाढ़ पीड़ितों को 2446 क्विंटल गेहूं, 239 क्विंटल चावल तथा 54.37 लाख रुपये वितरित किए जा चुके हैं। वहीं सूखा राशन के रूप में 932 क्विंटल चूड़ा, 193 क्विंटल गुड़ व 5619 परिवारों को पॉलीथिन शीट्स का वितरण करने का दावा प्रशासन कर रहा है। हालांकि इस वितरण को पर्याप्त नहीं कहा जा सकता है। उधर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में आवागमन गंभीर समस्या बनी हुई है। प्रभावित क्षेत्रों में इन दिनों टीन के चादर की छोटी नाव काफी प्रचलित हुई है। इस खतरनाक नाव का लोग खुलकर प्रयोग कर रहे हैं। प्रशासन 286 नावों के परिचालन का दावा कर रहा है। उधर बाढ़ के मौजूदा दौर के बीच 'हैवोक रेन' की संभावनाओं ने लोगों को फिर से दहशत में ला दिया है।
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वर्जन :-जिलाधिकारी
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'चार्टड विमान से शनिवार को हवाई सर्वेक्षण में जिले के अमदाबाद, मनिहारी, बरारी, कुर्सेला आदि क्षेत्रों में बाढ़ की स्थिति गंभीर पाई गई है। वहीं बारसोई अनुमंडल के विभिन्न क्षेत्रों में आई बाढ़ के बाद अब स्थिति सामान्य हो रही है। जिले में विभिन्न नदियों के तटबंध सुरक्षित हैं। गंगा के जलस्तर में कमी से स्थिति में सुधार की संभावना बनी है। प्रभावित क्षेत्रों में पीड़ितों को राहत सामग्री का वितरण किया जा रहा है। जिला प्रशासन स्थिति पर नजर रखे हुए है।'
- प्रकाश कुमार
जिलाधिकारी, कटिहार

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